NSE kya hai in hindi- NSE [ National Stock Exchange] kya hai in hindi, Full form of NSE in Hindi ,NSE kya haiदोस्तों आज के इस लेख में हम बात करने वाले हैं कि Full form of NSE in Hindi दोस्तों आज हमारे देश में Share market का क्रेज बहुत ही ज्यादा बढ़ चुका है ज्यादा से ज्यादा लोग Share मार्केट में इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा money कमाना चाहते हैं हमारे देश में सिर्फ 4% से 5% ही लोग भारतीय Share Market में इन्वेस्टमेंट करते हैं और अभी के समय पर लोग ज्यादा से ज्यादा इनवेस्टमेंट कर भी रहे हैं लेकिन उनके मन में यह डर रहता है कि कहीं उनकी एक गलती के कारण उनका सहारा लगाया हुआ पैसा शेयर मार्केट में डूब ना जाए
क्योंकि लोग Share market में किसी Stock broker के साथ उत्तर तो जाते हैं लेकिन broker उन्हें stock exchange की संपूर्ण जानकारी नहीं देता है और अपना प्रॉफिट सोचता है
ऐसे समय में NSE हर उस आम आदमी को भी शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने की सुविधा देता है जो उसके योग्य हो और अनुभवी हो तथा अपने पास में एक वित्तीय पूंजी रखता हो NSE India का automated electronic trading system प्रदान करने वाला पहला स्टॉक एक्सचेंज था
दोस्तों इस से पहले हमने BSE [Bombay Stock Exchange] kya hai in hindi हिंदी में बताया है आप इसे जाकर पढ़ सकते हो और अपनी राय रख सकते हो
NSE kya hai in hindi – [नेशनल स्टॉक एक्सचेंज] NSE क्या है?
NSE [national Stock Exchange ] संपूर्ण भारत के शेयर बाजार का एक बहुत ही बड़ा वित्तीय बाजार है अर्थात फाइनेंशियल मार्केट है भारतीय शेयर मार्केट में ट्रांसपेरेंसी अर्थात पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से सन 1992 में NSE को स्थापित किया गया था इसकी भी स्थापना BSE की तरह ही BOMBAY मैं हुई है अर्थात मुंबई में इसकी स्थापना हुई है NSE India का automated electronic trading system प्रदान करने वाला पहला स्टॉक एक्सचेंज था
दरअसल बात ऐसी है कि BSE के नियम बहुत ही ज्यादा आसान थे और BSE के अंदर कोई सी भी कंपनी आसानी से आ सकती है और अपने कंपनी के शेयर बेच सकती है जबकि NSE के अंदर ऐसा नहीं होता है BSE के इसी कमजोरी की वजह से सन 1992 में हर्षद मेहता नाम के एक स्टॉक ब्रोकर के द्वारा बहुत ही बड़ा फेरबदल किया गया जिसे बाद में हर्षद मेहता स्कैम 1992 नाम दिया गया
ऐसे स्कैम पर रोक लगाने और शेयर मार्केट के नियमों में कठोरता लाने के लिए NSE की स्थापना की गई थी NSE के अंदर ट्रेड करना आसान नहीं होता है किसी भी कंपनी को अपने शेयर NSE के अंदर लिस्ट करने के लिए कंपनी को ब्रोकर के माध्यम से SEBI के द्वारा अनुमति लेनी होती है और एक बहुत कागजी की कार्रवाई करनी पड़ती है आज NSE के अंदर दो हजार से ज्यादा कंपनियां लिस्टेड है और यह सारी कंपनियां SEBI के द्वारा नियंत्रित की जाती है
NSE Full Form ?
NSE Full Form Is = National Stock Exchange of India.
NSE Full form in hindi – NSE की फुल फॉर्म हिंदी में
NSE की फुल फॉर्म होती है [ National Stock Exchange] और यह मुंबई में स्थित है यह मार्केट कैप के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज है
NSE Full detail In Hindi – National Stock Exchnage of India in Hindi ?
- NSE Established 1992
- NSE Type Stock Exchange
- NSE Location Mumbai, India
- Owner in India National Stock Exchange Of India Limited
- NSE Chairman Girish Chandra Chaturvedi
- NSE CEO & MD Vikram Limaye
- NSE Currency Indian rupees INR
- Indices NIFTY 50
- Market cap US dollar 2.27Trillion (2018)
- Official website https://www.nseindia.com/
यह सारा डाटा गूगल से लिया गया है अतः इसमें समय के साथ बदलाव हो सकते हैं
NSE का क्या मतलब होता है – What is NSE in Hindi?
यह एक stock exchange है इसका पूरा नाम “नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया” लिमिटेड है इसे भारत का सबसे बड़ा वित्तीय बाजार माना जाता है. यह दुनिया के टॉप 10 शेयर मार्किट में एक है. इसकी स्थापना 1992 में हुई थी. भारत में इसका सबसे पहले भारत के मार्किट में इलेट्रॉनिक ट्रेडिंग में सुरु हुआ.
NSE market capitalisation in Hindi : NSE का मार्केट केपीटलाइजेशन कितना है
NSE का विस्तार भारत के अंदर 1500 से अधिक शहरों में है अर्थात NSE का बिजनेस भारत के 1500 से अधिक शहरों में फैला हुआ है और यह भारत के वित्तीय बाजार की मेरुदंड अर्थात रीड की हड्डी मानी जाती है
2018 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार NSE [national Stock Exchange ] की मार्केट वैल्यू 1.80 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी आज इसका वैल्यू 110 लाख करोड़ से भी ज्यादा है
NSE [national Stock Exchange ] के स्थापित होने का फायदा यह हुआ है कि ट्रेडिंग और खरीद फरोख्त की सारी प्रक्रिया अब automated electronic trading system के द्वारा होती है यह बहुत ही आसान है इसी कारण अब ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें अपना इंटरेस्ट दिखाते है
जब पहले लोग शेयर को खरीदते थे तब कागजों के माध्यम से लेनदेन हुआ करते हैं एक कागज को दूसरी जगह पर पहुंचाने मैं लगभग महीने 2 महीने लग जाया करते थे और यह प्रक्रिया बहुत ही लंबी हुआ करती थी
NSE के कारण Share Market में क्या सुधार हुआ
शुरुआत में NSE एक प्राइवेट कंपनी के रूप में शेयर मार्केट में लिस्ट हुई थी उस समय नई नई कंपनी बहुत आ रही थी इसी समय 1992 हर्षद मेहता स्कैम हो गया अब भारत सरकार ने ऐसे स्कैम को रोकने के लिए SEBI { Securities and exchange Board of India} नामक एक संस्था का गठन किया
SEBI को भारत सरकार ने वित्तीय बाजार पर नजर रखने के लिए बनाया था और शेयर मार्केट के अंदर अमेरिकी बाजार के नियम लागू कर दिए और शेयर बाजार को थोड़ा मजबूत बनाया
जब BSE के निवेशकों को BSE पसंद नहीं आया तो सभी ने मिलकर NSE को स्थापित किया और इसमें बहुत ही महत्वपूर्ण सुधार किए जैसे ऑनलाइन ट्रेडिंग सिस्टम और कागज का इस्तेमाल बहुत ही कम जो काम पहले बहुत ही लंबे समय में हुआ करते थे अब वह सिर्फ 5 मिनट में हो जाया करते थे और लोगों को बहुत ही ज्यादा फायदा होने लगा और ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ने लगे
BSE ने SEBI को एक बहुत ही लंबे समय तक लगभग तीन-चार साल तक नहीं अपनाया था लेकिन साल 1995 में उसे अपनी सारी कंपनी SEBI में लिस्ट करवानी पड़ी
NSE के स्थापित होने का उद्देश्य क्या है : What is a motive of NSE
NSE के स्थापित होने का मुख्य उद्देश्य यह था कि भारत के शेयर मार्केट के अंदर किसी भी एक कंपनी के एकाधिकार और अर्थात मोनोपोली को समाप्त करना था और बाजार को एकदम सुव्यवस्थित तरीके से संचालन करना था
क्योंकि BSE के अंदर हर कोई कंपनी आकर लिस्ट होती और अपने शेयर बाजार में बेचकर कभी भी वह भाग सकती थी ऐसे ही करके 1 – 2 स्कैम और भी हो गए थे इसी के चलते हैं भारतीय वित्तीय बाजार को बहुत ही बड़ा घाटा हुआ और निवेशकों का BSE 6 मोहभंग हो गया
अब ऐसे में NSE की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता थी NSE SEBI के अंतर्गत अपना कार्य कर रही थी आज NSE सबसे ज्यादा ट्रेडिंग होती है और यह सारी ट्रेडिंग पेपरलेस अर्थात डिजिटल माध्यम के द्वारा होती है और यह एक बहुत ही अच्छा कदम था
NSE के स्थापित होने का एक मुख्य उद्देश्य यही था कि हर एक आम आदमी तक शेयर मार्केट की पहुंच बनाना और शेयर की खरीदारी की प्रक्रिया एकदम बहुत ही छोटी बनाना जिसके कारण एक व्यक्ति दिन के अंदर बहुत सारी खरीदारी कर सकें और उससे ट्रेडर की आमदनी बढ़ेगी
NSE का Index benchmark क्या है : NSE Benchmark in Hindi
NSE [national Stock Exchange ] का Index benchmark अर्थात सूचकांक NIFTY है NSE में NIFTY की शुरुआत 1996 से हुई थी NIFTY के अंदर nse के टॉप 50 कंपनियों को शामिल किया गया है इसे nifty 50 भी कहते हैं यह nse का एक बेंच मार्क सूचकांक अर्थात इंडेक्स बेंच मार्क है
NSE में इन्वेस्टमेंट करना महत्वपूर्ण क्यों है
दोस्तों NSE की स्थापना एक ही कंपनी का एकाधिकार रोकने के लिए की गई थी NSE में इन्वेस्ट करना BSE की तुलना में बहुत ही ज्यादा आसान है और यहां पर कुछ भी पेपर वर्क नहीं होता है
सारा कार्य ऑनलाइन होता है और हम इसमें ज्यादा से ज्यादा ट्रेडिंग करके ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट की कमाई कर सकते हैं
NSE भारतीय सरकार के संगठन SEBI { Securities and exchange Board of India} के द्वारा बनाए गए कानून के अंतर्गत आता है अर्थात SEBI द्वारा मान्यता प्राप्त है
पूरे विश्व के वित्तीय बाजार के लिहाज से देखा जाए तो NSE पूरे विश्व के शेयर मार्केट में 11 th स्थान रखता है मतलब यह विश्व के शेयर मार्केट में 11 स्थान रखता है
आज के समय nse के अंदर इन्वेस्ट करना इसलिए आवश्यक है क्योंकि यह भारतीय सरकार द्वारा बनाए गए नियमों को बराबर से फॉलो करती है और इसमें कोई भी कंपनी आसानी से लिस्ट नहीं हो सकती है उनका एक निश्चित प्रक्रिया होता है और उनका एक क्राइटेरिया होता है
इसमें इन्वेस्टमेंट किए गए पैसे का घोटाले की स्थिति में कोई भी डर नहीं रहता क्योंकि sebi के कारण यह बहुत ही विश्वसनीय है
Conclusion
दोस्तों आपने आज के इस हिंदी आर्टिकल के माध्यम से जाना कि Full form of NSE in Hindi ,NSE kya hai [ National Stock Exchange] Kahan per hai ,NSE and BSE In Hindi , National Stock Exchange क्या है जानिए हिंदी में NSE किस प्रकार कार्य करता है शेयर मार्केट में NSE का महत्व क्या है
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