Bull and Bear market क्या होता है ? – Bull and Bear Market Meaning in Hindi | तेजड़िया और मंदड़िया क्या है, (what is Bull and Bear market in hindi) share market दोस्तों जब भी आप किसी शेयर बाजार के बारे में खबर सुनते हो तो आप Bull मार्केट और Bear मार्केट के बारे में अवश्य सुनते होंगे , कि आज शेयर बाजार में तेजडीय ( Bulls) का प्रभाव ज्यादा रहा इसलिए मार्केट ऊपर चला गया
और कई अन्य दिन आज शेयर बाजार में मंदडियो (Bears) का प्रभाव ज्यादा रहा इसलिए शेयर मार्केट में मंदी बनी रही दोस्तों क्या आप जानते हो कि शेयर मार्केट के अंदर Bull and bear market in share market in Hindi क्या होता है What is difference between Bull market and bear market ine Hindi और भारतीय शेयर मार्केट पर Bulls और Bears का क्या प्रभाव पड़ता है चलिए जानते हैं Understanding what is bull and bear market in Hindi
Bull and Bear market क्या होता है – तेजड़िया और मंदड़िया क्या है
दोस्तों जैसा कि आप जानते हो हर किसी अलग-अलग मार्केट के अलग-अलग भाषा होती है ऐसे ही शेयर मार्केट में भी अपनी एक अलग ही भाषा होती है जिसमें हम बाजार के हालातों के बारे में बातें करते हैं जैसे BULL अर्थात तेजडीय और मंदड़ीय अर्थात Bear
यह दोनों शब्द समय-समय पर शेयर मार्केट में प्रयोग में लाए जाते हैं जैसा कि इनके नाम से मालूम पड़ता है Bull शब्द का प्रयोग उस समय किया जाता है जब शेयर मार्केट में काफी ज्यादा चढ़ावा आता है
Bear शब्द का प्रयोग किया जाता है जब शेयर मार्केट में काफी यदि मंदी आ जाती है
दोस्तों यह सारा खेल शेयर मार्केट में बैठे हुए share market के बड़े खरीदारों और बड़े seller के बीच का होता है यह लोग शेयर मार्केट को बड़े ही ज्यादा रूप में प्रभावित करते हैं जब चाहे शेयर मार्केट में बदलाव ला सकते हैं
जब भी यह लोग अपने सारे शेयरों को मार्केट में बेच देते हैं तब मार्केट में मंदी आ जाती है और जब यह लोग सारे शेयरों को मार्केट से खरीद लेते हैं तब मार्केट लड़ाई में आता है
इसी प्रक्रिया को बुल मार्केट और Bear मार्केट कहा गया है
Bull market kya hai in Hindi : What is bull market in Hindi
दोस्तों जब शेयर मार्केट में अचानक से वृद्धि होती है या शेयर मार्केट के अंदर काफी ज्यादा चढ़ाव होता है उस समय सारे लोग शेयर मार्केट से किसी भी कंपनी के शेयरों को खरीद रहे होते हैं जिसके कारण मार्केट में शेयरों का अभाव हो जाता है उसी के चलते हैं
कंपनी के शेयरों की कीमत बहुत ही ज्यादा बढ़ जाती है और लोगों को काफी ज्यादा मुनाफा भी होता है और कई लोगों को घटा भी हो जाता है तो ऐसे में इसे Bull मार्केट की संज्ञा दी गई है अर्थात BUll मार्केट कहा जाता है
किसी भी शेयर मार्केट में Bull की प्रक्रिया अर्थात चुनाव की प्रक्रिया को अचानक घटना नहीं होती है यह एक धीमी धीमी प्रक्रिया होती है जो कि एक लंबे समय की प्रक्रिया है
जब भी शेयर मार्केट में कंपनी के शेयरों की कीमतें बढ़ने लगती है अर्थात मार्केट चढ़ाई में होता है तब अगले दिन सेंसेक्स और निफ्टी को Bull ग्राफ के साथ चित्र किया जाता है
bull market meaning in hindi – bull market in hindi
bull market बाजार एक Share market की स्थिति है जिसमें कीमतें बढ़ रही हैं या बढ़ने की उम्मीद है । शब्द “Bull market” का उपयोग अक्सर शेयर बाजार को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, लेकिन इसे किसी भी चीज पर लागू किया जा सकता है, जैसे कि बॉन्ड, रियल एस्टेट, मुद्राएं और कमोडिटीज
Bear market kya hai in Hindi : what is bear market in Hindi
दोस्तों जब शेयर मार्केट अपनी पूरी चढ़ाई में होता है तो वहां से वह धीमे-धीमे नीचे आना शुरू होता है अर्थात मंदी का दौर शुरू हो जाता है कंपनी के शेयरों की कीमत घटने लगती है और लोग अपने शेयरों को धड़ाधड़ बेचने लगते हैं
फल स्वरुप शेयर मार्केट में मंदी आ जाती है दोस्तों शेयर मार्केट के इसी समय को Bear मार्केट की संज्ञा दी गई है अर्थात Bear मार्केट कहा गया है जब शेयर मार्केट बियर की पोजीशन में होता है तब
जो व्यक्ति चढ़ाव में शेयर ले लेता है उन्हें बहुत ही घाटा जाता है कईयों को फायदा भी होता है और यह भी एक लंबी प्रक्रिया होती है अचानक से कोई शेयर कीमत नहीं गिरती है दोस्तों जब भी शेयर मार्केट में कंपनियों के शेयरों की कीमतें गिरने लगती है और मार्केट में मंदी आने लगती है तब सेंसेक्स और निफ्टी को Bear ग्राफ के साथ में प्रदर्शित किया जाता है
Bear market Meaning in Hindi – bear market in hindi
Bear market बाजार एक Share market की स्थिति है जिसमें शेयर की कीमत घटने की उम्मीद है । अगर आपको लगता है कि आने वाले समय में बाजार नीचे की तरफ जाएगा तो कहा जाता है कि आप उस स्टॉक को लेकर बेयरिश (Bearish) हैं ऐसे हालात बियर मार्केट कहलाता है
Bull market and Bear market in hindi दोनों जानवरों के स्वभाव के आधार पर
दोस्तों Bull मार्केट और Bear मार्केट दोनों का नामकरण जानवरों के सुहाग के आधार पर रखा गया है Bull और Bear का अपना अलग-अलग स्वभाव होता है और यह आक्रमक होने पर जो रूप लेते हैं उसी के आधार पर इस मार्केट का नामकरण किया गया है
जैसे Bull को गुस्सा आने पर वह अपने सिंह के द्वारा किसी भी व्यक्ति को या किसी भी वस्तु को ऊपर की ओर उछाल देता है
जबकि Bear को गुस्सा आने पर या Bear अपने शिकार को हमेशा ही अपने पंजे के द्वारा मारता है Bear हमेशा अपने पंजे को ऊपर से नीचे की ओर मारता है अर्थात अपने शिकार को ऊपर से नीचे की ओर खींचता है Bear के इसी स्वभाव के कारण शेयर मार्केट में इसका नाम शामिल किया गया है
Bull Market और Bear market का सूचक
दोस्तों जैसा कि आप जानते हो हमारे देश के शेयर मार्केट के दो महत्वपूर्ण सूचकांक है निफ्टी और सेंसेक्स जब इन दोनों की संख्या में वृद्धि होती है तब इसे हम Bullish मार्केट की संज्ञा देते हैं
दोस्तों जब सेंसेक्स और निफ्टी की संख्या में कमी होती है तब इसे हम Bearish मार्केट की संज्ञा देते हैं
Bull Market की पहचान क्या है
दोस्तों जब शेयर मार्केट में काफी ज्यादा चढ़ाव आ जाए तब ऐसे हालातों में कंपनियों के शेयर अपने उच्चतम मूल्यों में पहुंच जाते हैं अर्थात कंपनी के शेयरों की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि हो जाती है
ऐसे समय में उन कंपनियों के शेर भी बहुत ज्यादा महंगे हो जाते हैं जो पहले कुछ भी नहीं होते अर्थात इनकी कीमत कुछ भी नहीं होती है इस समय इनकी भी कीमतों में बहुत ज्यादा वृद्धि हो जाती है
Bull Market का कारण क्या है
मार्केट में इस चढ़ाव आने का मुख्य कारण होता है कि जितने भी बड़े बड़े खरीदार होते हैं वह मार्केट से सारे शेयरों को खरीद लेते हैं मार्केट में Share की संख्या कम हो जाती है जिसके कारण बेकार से बेकार कंपनी का शेयर की कीमत भी बहुत ज्यादा हो जाती है
इसके अलावा कई बार ऐसा होता है कि कुछ खरीददारों की कंपनियों के शेयरों पर मोनोपोली हो जाती है ऐसे में यह कभी भी मार्केट को बढ़ा सकते हैं और घटा सकते हैं
Bear Market की पहचान क्या है
दोस्तों जब शेयर मार्केट अपने उच्चतम मूल्य में होता है उसके बाद उसका धीरे-धीरे संतुलन स्थिति बनती जाती है अर्थात एक उच्चतम मूल्य पर जाकर वह स्थिर हो जाता है
उसके बाद वह वहां से धीरे-धीरे करके नीचे आना प्रारंभ होता है और निफ्टी और सेंसेक्स का ग्राफ धीरे-धीरे नीचे की ओर लुढ़क जाता है
एक समय ऐसा आता है जब मार्केट में बड़ी-बड़ी कंपनियों के शेयर सस्ते में बिक रहे होते हैं और मार्केट बहुत ही बड़ी मंदी में आ जाता है इस मंदी के कारण कई लोगों को घाटा हो जाता है लेकिन कई स्टॉक ट्रेडर को इस मंदी से भी फायदा हो जाता है और वह अच्छा मुनाफा कमाते हैं लेकिन लगभग लोगों को घाटा ही होता है यदि वह मंदी से पहले पहले अपने शेयर बेच दे तो अच्छा रहेगा
Bear Market प्रभाव का क्या कारण है
शेयर मार्केट में मंदी का मुख्य कारण वही बड़े बड़े खरीदार लोग रहते हैं जो कि अपने सारे शेयरों को उनके उच्चतम कीमतों में मार्केट में उतार देते हैं अर्थात अपने सारे शेयरों को मार्केट में भेज देते हैं जिसके चलते हैं शेयर मार्केट में शेयर बढ़ जाते हैं और उनकी कीमतें घट जाती हैं
Bull Market and Bear Market का प्रभाव
दोस्तों जब शेयर बाजार में बुल मार्केट का प्रभाव रहता है अर्थात जब शेयर मार्केट में शेयर की चढ़ाई होती है तब बहुत लोगों को फायदा होता है और अच्छी इनकम हो जाती है लगभग लोग फायदे में ही होते हैं और Trader को तो बहुत ही ज्यादा फायदा होता है
भारतीय अर्थव्यवस्था में बुल मार्केट का काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है जब मार्केट में फूल मार्केट का प्रभाव होता है तब विदेशी मुद्रा का काफी ज्यादा भंडारण हो जाता है ऐसे में विदेशी इन्वेस्टर भारतीय मार्केट में काफी ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं
लेकिन जब मार्केट के अंदर Bear मार्केट का प्रभाव रहता है तब बाजार में एकदम अचानक मंदी छा जाती है चारों ओर घाटा ही घाटा और कंपनी के शेयरों की कीमतें हताशा गिरने लगती हैं इसका प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ता है पूरे देश में बेरोजगारी और महंगाई की मार बढ़ जाती है
CONCLUSION
दोस्तों अभी तक आपने जाना कि Bulls market and bear markets kya hai hi in Hindi, bulls and bear market in Hindi, इनका प्रभाव क्या रहता है और इनका निर्धारण कैसे किया जाता है आशा करता हूं कि आप को इस लेख के माध्यम से बुल मार्केट एंड बियर मार्केट को समझने में आसानी हुई होगी और समझने में मदद मिली होगी
दोस्तों आप इस लेख को अपने दोस्तों नजदीकी रिश्तेदारों और अपने फ्रेंड्स के ग्रुप्स में अवश्य शेयर करें ताकि उनको भी यह महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो